शब्द चीखा ओर चुप हो गया
वाक्य को ये बात नही पता
जबरदस्ती घसीट खडा कीया, शब्द
अधमरी हालत का शीकार जेसे हुआ
एक मीठी खीली हंसा, वाक्य
प्रसन वो अपनी वीजय से
इक ठंडी सांस भर, शब्द
शांत हुआ ओर वाक्य मे समाया
अपने को मीटा वाक्य को जगा गया...
कीरती वैधया....
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