कहानियो का अंधाधुंध संसार
डूबता उनमे एकाध बेकरार
बस समझे वही इसका अधार
कितना विशाल सरोबार
लगा लो डुबकी एक बार
जान लोगे क्या यह संसार
डूबता उनमे एकाध बेकरार
बस समझे वही इसका अधार
कितना विशाल सरोबार
लगा लो डुबकी एक बार
जान लोगे क्या यह संसार
कीर्ती वैद्य.....
3 comments:
नहीं जी एकाध बेकरार नहीं कई बेकरार डूबते हैं कहानी के संसार में ।
चंद लाईनों में कथाकार/व्यक्ति की वेदना को व्यक्त किया धन्यवाद ।
आरंभ
चंद लफ्जों में बड़ी बात बहुत खूब जी :)
दर्शन.... बढ़िया
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