अपने आस-पास जो महसूस करती हूँ.....शब्दो में उन्हे बाँध देती हूँ....मुझे लिखने की सारी प्रेणना, मेरे मित्र नितिन से मिलती है.... शुक्रिया नितिन, तुम मेरे साथ हो....
Good poem making candid expressions of heart with full application of mind.
उस सोच से तुम परे होजिस सोच से तुम मेरे होbahut khoob likhtii hein aap.
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2 comments:
Good poem making candid expressions of heart with full application of mind.
उस सोच से तुम परे हो
जिस सोच से तुम मेरे हो
bahut khoob likhtii hein aap.
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